देपालपुर: बोर्ड परीक्षा में खुलेआम नकल, सीसीटीवी में कैद गड़बड़ी, प्रशासन मौन

देपालपुर। मध्य प्रदेश बोर्ड की कक्षा 5वीं और 8वीं की बोर्ड परीक्षाओं के पहले ही दिन सीएम राइज शासकीय मॉडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में नकल को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। परीक्षा के दौरान शिक्षा व्यवस्था की गंभीर लापरवाही सामने आई, जहां सभी परीक्षा कक्षों में पर्यवेक्षकों की मौजूदगी के बावजूद खुलेआम नकल करवाई गई। सोमवार को हुई इस परीक्षा में शुभारंभ एकेडमी स्कूल, एंजेल कान्वेंट स्कूल और मॉडल स्कूल के छात्र शामिल हुए थे। आरोप है कि एंजेल कान्वेंट स्कूल की उपप्राचार्य मीना तोमर और शोएब खान ने केंद्राध्यक्ष देवानंद कौशिक के साथ मिलकर नकल को प्रोत्साहित किया। परीक्षा कक्षों में तैनात पर्यवेक्षक नियमों का पालन कराने में पूरी तरह विफल रहे, जिससे पूरे परीक्षा तंत्र पर सवाल खड़े हो गए हैं।
सीसीटीवी में कैद हुई गड़बड़ी, फिर भी कार्रवाई नहीं,सूत्रों के अनुसार, परीक्षा केंद्र में लगे सीसीटीवी कैमरों में पूरी घटना रिकॉर्ड हो गई, जिसमें साफ तौर पर नकल कराई जा रही थी। लेकिन हैरानी की बात यह है कि इस मामले में अब तक किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने ठोस कदम नहीं उठाया है। अगर सीसीटीवी फुटेज को सार्वजनिक किया जाए, तो परीक्षा केंद्र में हो रही धांधली की पोल खुल सकती है।
अभिभावकों और शिक्षकों में आक्रोश, निष्पक्ष जांच की मांग
जैसे ही यह मामला अभिभावकों और कुछ शिक्षकों के संज्ञान में आया, परीक्षा केंद्र में तनावपूर्ण माहौल बन गया। कई शिक्षकों ने इस खुलेआम नकल पर आपत्ति जताई, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। अभिभावकों ने शिक्षा विभाग और प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है, ताकि परीक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता बनी रहे।
शिक्षा व्यवस्था पर सवाल, क्या होगी कार्रवाई?
इस घटना ने राज्य में बोर्ड परीक्षा प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या शिक्षा विभाग दोषियों पर सख्त कार्रवाई करेगा, या फिर यह मामला भी अन्य घटनाओं की तरह दबा दिया जाएगा? यदि समय रहते इस तरह की गड़बड़ियों पर रोक नहीं लगाई गई, तो आने वाले वर्षों में परीक्षा की विश्वसनीयता पूरी तरह खत्म हो सकती है। अब देखना होगा कि प्रशासन और शिक्षा विभाग इस मामले में क्या कदम उठाते हैं, या फिर परीक्षाओं में नकल का यह खेल यूं ही चलता रहेगा।