परीक्षा के समय तनाव न ले बल्किआत्मविश्वास के साथ परीक्षा दे!

मधा रिपोर्ट__एम.ए. साइकोलॉजिस्ट और शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कोड़िया के शिक्षक प्रवीण ताम्रकार ने बोर्ड परीक्षा जो 01 मार्च से शुरू हो रही है के बारे में बच्चों से आग्रह किया है कि बच्चे परीक्षा में तनाव न लेकर आत्मविश्वास के साथ परीक्षा देवे। क्योंकि जीवन में एक ही परीक्षा नहीं होती बल्कि हर बार परीक्षा होती है और हर बार कोई परीक्षा में सफल हो ऐसा जरूरी नहीं है लक्ष्य निर्धारित करके उसे पर आगे बढ़ने का प्रयास करना चाहिए यदि आप असफल होते हैं तो भी आप कुछ खोते नहीं है बल्कि आप कुछ नया अनुभव प्राप्त करते हैं और वही अनुभव आपको आगे बढ़ने का मार्ग दिखाता है आज के बढ़ते कंपटीशन युग में हर कोई चाहता है कि वह अच्छे नंबरों और अच्छे ग्रेड के साथ उत्तीर्ण हो लेकिन सभी के साथ ऐसा होना संभव नहीं होता जिसके कारण परीक्षार्थी तनावग्रस्त हो जाते हैं और जब वह उस परीक्षा में सफल नहीं हो पाते तो हतोत्साहित होकर गलत कदम भी उठा लेते हैं जो की सही नहीं है एम.ए. साइकोलॉजिस्ट श्री प्रवीण ताम्रकार ने बताया कि परीक्षा के पूर्व छात्रों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए ताकि वे बिना तनाव के अच्छे से परीक्षा की तैयारी कर सके और अपने लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर सके .
परीक्षा के लिए अच्छी तैयारी करें.
•परीक्षा के समय घबराएं नहीं.
•परीक्षा में समय का सही प्रबंधन करें.
•समय के अनुसार प्रश्नों का उत्तर देवे।
•परीक्षा के समय दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करें.
•परीक्षा के समय अपने उत्तरों को सही क्रम में लिखें.
•परीक्षा के समय अपने उत्तरों की उत्तर पुस्तिका में सही जानकारी भरें.
•परीक्षा के समय अपने उत्तरों की अतिरिक्त शीट, मानचित्र, ग्राफ़, और कोई भी अन्य अटैचमेंट ठीक से बांधें या स्टेपल करें.
परीक्षा की तैयारी के लिए क्या करेंः
अपने सिलेबस को समझें.
अपने पढ़ाई के लक्ष्य तय करें.
पढ़ाई का सही समय चुनें.
कठिन विषयों को पहले पढ़ें.
हर दिन रिवीजन करें.
टेस्ट और सैंपल पेपर्स सॉल्व करें.
•परीक्षा के समय हड़बड़ी बिल्कुल ना करें
पर्याप्त नींद और व्यायाम करें.
तनाव से बचने के लिए मेडिटेशन, खेल-कूद या मनपसंद कोई मूवी या म्यूज़िक देखे-सुनें.
. मोबाइल फोन से दूरी बनाएं।