ये इंस्पेक्टर शिवशंकर सिंह है, ये एक बलात्कार पीड़िता के पिता से मुकदमा दर्ज करने के लिए 30 हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया है!वैसे जानकारी के अनुसार ये अपने अयोध्या जनपद के महराजगंज थाना क्षेत्र के निवासी हैं। कैसा घटिया आदमी होगा ये, कैसे अपना चेहरा देख पाता होगा आईने में?नीचता भी शर्मा जाये ऐसे लोगों को देखकर! इसे केवल रिश्वत लेने के दोषी की तरह डील नहीं करना चाहिये, इसे नौकरी से ही निकाल देना चाहिये रिश्वतखोरी और बलात्कार पीड़िताओं के साथ अन्याय करने वाले लोगों को सख्त सजा मिलनी चाहिए, ताकि समाज में न्याय की भावना बनी रहे। ऐसे लोगों को नौकरी से निकालना और कानूनी कार्रवाई करना बेहद आवश्यक है, ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह के कृत्य करने की हिम्मत न कर सके,इस स्थिति में आपकी भावनाएं समझी जा सकती हैं। यह सभी के लिए महत्वपूर्ण है कि हम ऐसे मुद्दों के खिलाफ आवाज उठाएं और बेहतर सामाजिक व्यवस्था के लिए प्रयास करें। रिश्वतखोरी और बलात्कार पीड़िताओं के साथ अन्याय करने वाले लोगों को सख्त सजा मिलनी चाहिए, ताकि समाज में न्याय की भावना बनी रहे। ऐसे लोगों को नौकरी से निकालना और कानूनी कार्रवाई करना बेहद आवश्यक है, ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह के कृत्य करने की हिम्मत न कर सके।

ये इंस्पेक्टर शिवशंकर सिंह है, ये एक बलात्कार पीड़िता के पिता से मुकदमा दर्ज करने के लिए 30 हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया है!
वैसे जानकारी के अनुसार ये अपने अयोध्या जनपद के महराजगंज थाना क्षेत्र के निवासी हैं। कैसा घटिया आदमी होगा ये, कैसे अपना चेहरा देख पाता होगा आईने में?
नीचता भी शर्मा जाये ऐसे लोगों को देखकर! इसे केवल रिश्वत लेने के दोषी की तरह डील नहीं करना चाहिये, इसे नौकरी से ही निकाल देना चाहिये रिश्वतखोरी और बलात्कार पीड़िताओं के साथ अन्याय करने वाले लोगों को सख्त सजा मिलनी चाहिए, ताकि समाज में न्याय की भावना बनी रहे। ऐसे लोगों को नौकरी से निकालना और कानूनी कार्रवाई करना बेहद आवश्यक है, ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह के कृत्य करने की हिम्मत न कर सके,इस स्थिति में आपकी भावनाएं समझी जा सकती हैं। यह सभी के लिए महत्वपूर्ण है कि हम ऐसे मुद्दों के खिलाफ आवाज उठाएं और बेहतर सामाजिक व्यवस्था के लिए प्रयास करें। रिश्वतखोरी और बलात्कार पीड़िताओं के साथ अन्याय करने वाले लोगों को सख्त सजा मिलनी चाहिए, ताकि समाज में न्याय की भावना बनी रहे। ऐसे लोगों को नौकरी से निकालना और कानूनी कार्रवाई करना बेहद आवश्यक है, ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह के कृत्य करने की हिम्मत न कर सके।