महिला दिवस पर हरियाणा CM की मंत्री श्रुति-आरती संग सेल्फी:विनेश फोगाट सम्मान लेने नहीं आईं; सैनी बोले- पुलिस भर्ती में महिलाओं की संख्या बढ़ेगी

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शनिवार को हरियाणा में पंचकूला स्थित रेड बिशप होटल में राज्य स्तरीय कार्यक्रम हुआ। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाली 50 महिलाओं को सम्मानित किया। करनाल की समाजसेवी शांता रंगा को सुषमा स्वराज पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्हें 5 लाख कैश भी दिया गया।
कार्यक्रम में नायब सिंह सैनी ने मंत्री श्रुति चौधरी और आरती राव के साथ सेल्फी भी ली। उन्होंने श्रुति चौधरी, आरती राव और कालका से भाजपा विधायक शक्ति रानी शर्मा को कैबिनेट का हीरो बताया। पहलवान और जुलाना से कांग्रेस विधायक विनेश फोगाट को खेल क्षेत्र में उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया जाना था, लेकिन वह कार्यक्रम में नहीं पहुंचीं।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा- मेरे सफल जीवन में मेरी माता जी का बहुत योगदान है। जो कभी किसे से न हारी, उसी का नाम है नारी। हरियाणा पुलिस भर्ती में महिलाओं की संख्या बढ़ाई जाएगी।

बेहतर लिंगानुपात के लिए करनाल-अंबाला के DC सम्मानित हरियाणा में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत करनाल और अंबाला में लिंगानुपात में सुधार हुआ। करनाल का लिंगानुपात 908 से 926 हो गया। अंबाला का लिंगानुपात 921 से 936 हो गया। इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री ने करनाल और अंबाला के DC को सम्मानित किया।
साथ ही CM ने वर्चुअली महिलाओं और बेटियों से जुड़े 3 नए पोर्टल, चरखी दादरी में बाल विकास भवन और 44 नए आंगनबाड़ी केंद्रों का शुभारंभ किया।

सीएम नायब सिंह सैनी अपनी कैबिनेट की महिला मंत्रियों श्रुति चौधरी और आरती राव के साथ सेल्फी लेते हुए।
CM सैनी के संबोधन की 3 अहम बातें
1. समाज निर्माण में महिलाओं की अहम भूमिका मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा- ‘शक्ति स्वरूप माता मनसा देवी के पावन चरणों में मैं प्रणाम करता हूं। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस हमें महिलाओं के संघर्षों और उनकी उपलब्धियों को याद दिलाता है। आज इस अवसर पर देश और दुनिया की उन सभी महिलाओं को भी नमन करता हूं, जिन्होंने समाज निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अगर आज हम दुनिया को सुंदर, सशक्त और सुदृढ़ रूप में देखते हैं, तो उसमें महिलाओं का भी योगदान है।
2. नारी का सम्मान हमारी संस्कृति यदि हमें विकसित भारत बनाना है तो महिलाओं की भागीदारी तेजी से सुनिश्चित करना जरूरी है। हमें लिंगानुपात में बराबरी लाने के लिए अपने प्रयासों को और तेज करना होगा। इसे एक जनआंदोलन बनाना होगा। हमें तेजी से कार्य करने की जरूरत है, ताकि हर बेटी और हर घर की महिला को उसकी क्षमता के अनुसार आगे बढ़ने का अवसर मिले।
आज मैंने 45 नए आंगनबाड़ी केंद्रों का उद्घाटन किया है। नारी नीति, निष्ठा और निर्णय की प्रतिबिंब होती हैं। नारी का सम्मान करना हमारी संस्कृति है।

3. PM ने महिलाओं के 2 योजना शुरू कीं PM नरेंद्र मोदी ने पानीपत की धरती से बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम की शुरुआत की। हम सबको मालूम है कि 2014 में 814 था, आज 900 से अधिक हो गया है। आज हरियाणा को बेटियों को बचाने वाला प्रदेश कहा जाता है। हाल ही में पानीपत से PM मोदी ने LIC की स्कीम शुरू की। आज महिलाओं के स्वयं सहायता समूह को 5 लाख लोन दिया जाता है। आज महिलाओं को राशन डिपो के आवंटन में 33% आरक्षण दिया जा रहा है।
हर महीने में केवल 500 रुपए में महिलाओं को सिलेंडर दिया जा रहा है। 1,32,400 इस योजना के तहत लाभान्वित हो रहे हैं। प्रदेश में कामकाजी महिलाओं के लिए सरकार ने क्रैच नीति शुरू करने वाला देश का पहला राज्य बन चुका है। 572 क्रेच इस समय प्रदेश में चल रहे हैं।

मंच पर बैठे सीएम नायब सिंह सैनी, स्पीकर हरविंद्र कल्याण और कैबिनेट मंत्री श्रुति चौधरी।
जानिए, किन महिलाओं को मिला सम्मान…
मनु भाकर समेत 16 खिलाड़ियों को सम्मान खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर भिवानी की सोनिका, जींद से कुसुम, झज्जर से मनु भाकर, फरीदाबाद से रिदम सांगवान, कुरुक्षेत्र से रमिता जिंदल, हिसार से अंतिम पंघाल, भिवानी से प्रीति पंवार, सिरसा से भजन कौर, चरखी दादरी से विनेश फौगाट, जींद से अंशु मलिक, रोहतक से रितिका हुड्डा, पानीपत से निशा दहिया, भिवानी से जैसमीन लंबोरिया, झज्जर से दीक्षा डागर, सोनीपत से किरण पहल, पंचकूला से रैजा ढिल्लों को सम्मानित किया गया।
सुषमा स्वराज की सहपाठी रही हैं रंगा करनाल की समाजसेवी एडवोकेट शांता रंगा को सुषमा स्वराज पुरस्कार से सम्मानित किया गया। शांता रंगा का जन्म 15 जून 1943 को हुआ था। उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की। उनकी सहपाठी पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय सुषमा स्वराज थीं।
रंगा 1980 में बुल्गारिया के सोफिया में और 1995 काठमांडू में विश्व शांति सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। फ्रेंडशिप सोसाइटी की तरफ से ग्लोरी आफ इंडिया का अवॉर्ड भी मिल चुका है। उन्होंने बाल श्रम, कार्य स्थल पर महिला का यौन शोषण और बंधवा मजदूरी के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने गरीबों के बीच जाकर उन्हें शिक्षा से जोड़ा। युवतियों को स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ाने का काम किया।

समाजसेवी एडवोकेट शांता रंगा। इन्हें सुषमा स्वराज पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
सामाजिक क्षेत्र में इन महिलाओं को सम्मान सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने पर रीता धीमान, बनारसी देवी, पूनम और डॉ. विनिता तोमर को सम्मानित किया गया। महिला उद्यमी की कैटेगरी में जींद की पिंकी देवी और गुरुग्राम से साक्षी को सम्मानित किया गया। इसके अलावा आंगनबाड़ी वर्कर्स और राष्ट्रीय बालिका दिवस पर सम्मानित होने वाली बच्चियों को भी महिला दिवस पर सम्मानित किया गया।
मीनू कालीरामण को मिला शौर्य अवॉर्ड नारनौंद के डाटा गांव की पर्वतारोही मीनू कालीरामणा को कल्पना चावला शौर्य अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। मीनू ने नवंबर 2024 में इसके लिए आवेदन किया था। मीनू ने विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट व माउंट ल्होत्से को एक साथ फतह किया था।

माउंट एवरेस्ट व माउंट ल्होत्से को फतह करने वाली पर्वतारोही मीनू कालीरामण।
161 महिलाओं को परिवार से मिलवा चुकी हैं बाला वर्मा भाग्यश्री महिला आश्रम की संचालिका बाला वर्मा को इंदिरा गांधी महिला शक्ति अवॉर्ड मिला है। आश्रम में मानसिक रूप से दिव्यांग महिलाओं को बाला व उनके साथी संभाल रहे हैं। हिसार में आजाद नगर स्थित गीता काॅलोनी में चल रहे इस आश्रम में ऐसी महिलाओं को पुलिस, प्रशासन की तरफ से रेस्क्यू कर छोड़ा जाता है। अभी तक वह 161 महिलाओं को परिवार से मिलवा चुकी हैं।