डिप्टी कमिश्नर काम के दबाव में 15वीं मंजिल से कूदे:नोएडा में पत्नी का दावा; बोलीं-अतिरिक्त चार्ज से परेशान थे, बॉस ने उनकी नहीं सुनी


नोएडा में GST विभाग के डिप्टी कमिश्नर संजय सिंह ने सोमवार 15वीं मंजिल से कूदकर सुसाइड कर लिया। पुलिस ने दावा किया कि कैंसर की लास्ट स्टेज पर थे। इस वजह से डिप्रेशन में उन्होंने आकर सुसाइड किया। हालांकि, इन दावों को पत्नी ने खारिज कर दिया।
पत्नी अपर्णा ने कहा- पति ने काम के दबाव में आकर सुसाइड किया। पति को कुछ दिन पहले विभाग में अतिरिक्त चार्ज मिला था। इसके बाद से वो परेशान चल रहे थे। सोमवार सुबह पति ने बॉस से अतिरिक्त चार्ज हटाने को कहा, लेकिन बॉस ने उनकी नहीं सुनी। इस बात को लेकर वो टेंशन में थे। इसके बाद उन्होंने जान दे दी।

संजय सिंह पत्नी और दोनों बेटों के साथ।
चार साल से गाजियाबाद में तैनात थे 59 साल के संजय सिंह मूल रूप से मऊ जिले के रहने वाले थे। सेक्टर-75 के एपेक्स एथेना सोसाइटी में फ्लैट नंबर 2004 रहते थे। परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटे हैं। एक बेटा गुरुग्राम में नौकरी करता है, जबकि दूसरा ग्रेटर नोएडा की एक यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर रहा है।
संजय सिंह 4 साल से गाजियाबाद GST विभाग में कार्यरत थे। वर्तमान में वह डिप्टी कमिश्नर सुप्रीम कोर्ट वर्क में तैनात थे। इसके साथ ही कुछ दिन से उनके पास उपायुक्त खंड-2 की भी अतिरिक्त जिम्मेदारी थी। अप्रैल 2026 में रिटायर होने वाले थे।
10 मार्च की सुबह करीब 11 बजे संजय सिंह ने अपार्टमेंट की 15वीं मंजिल से कूद गए। गिरने की आवाज सुनकर आसपास के लोग वहां पहुंचे। फ्लैट में मौजूद पत्नी को बुलाया। फिर उनको तुरंत नजदीकी अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

मंगलवार को नोएडा के सेक्टर 94 स्थित शव दाह गृह में GST कमिश्नर का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
पुलिस बोली- बीमारी से परेशान होकर जान दी पुलिस के दावे के अनुसार, वह कैंसर से पीड़ित थे और उनका इलाज चल रहा था। आशंका जताई जा रही है कि बीमारी से परेशान होकर उन्होंने सुसाइड किया। सोसाइटी के लोगों ने भी आशंका जताई है कि संतुलन बिगड़ने के बाद डिप्टी कमिश्नर ऊंचाई से नीचे गिर गए।
अब पढ़िए घरवालों ने क्या कहा-
पत्नी बोलीं- कैंसर से पूरी तरह ठीक हो चुके थे पत्नी अपर्णा ने कहा- वो कैंसर से उबर चुके थे। कैंसर जैसी बीमारी से उन्होंने बखूबी लड़ा। घटना का कारण कैंसर नहीं हो सकता। उनकी सुसाइड के लिए व्यवस्था जिम्मेदार है। इसके लिए हमें लड़ना पड़ेगा।