रायसेन के भोजपुर मंदिर के पास दो बाघों का रेस्क्यू:एक पिंजरे में कैद हुआ, दूसरे को ट्रैंकुलाइज कर पकड़ा; महीनेभर दहशत में रहे ग्रामीण
रायसेन के भोजपुर मंदिर के पास से दो बाघों का रेस्क्यू किया गया। वन विहार भोपाल और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की टीम ने सोमवार पिंजरे लगाए थे। कल रात करीब 9 बजे एक बाघ पिंजरे में कैद हो गया। जबकि दूसरे बाघ को आज ट्रैंकुलाइज कर पकड़ा गया। दोनों को चेकअप के बाद सतपुड़ा टाइगर रिजर्व भेज दिया गया है।
पिछले एक महीने से बाघों का इस एरिया में मूवमेंट था। दोनों 10 से ज्यादा मवेशियों का शिकार कर चुके हैं। ग्रामीण दहशत के कारण खेतों में फसल नहीं काट पा रहे थे। भोजपुर, मंडीदीप और बंगरसिया आने-जाने के लिए जंगल से गुजरना पड़ता है।
फैक्ट्रियों में काम करने वाले लोगों को देर रात यहां से गुजरना पड़ता है। बाघों के मूवमेंट से ग्रामीण डर में जी रहे थे। इसी के चलते उन्होंने वन विभाग से बाघों के रेस्क्यू की मांग की। सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज कराई।
तस्वीरों में देखिए बाघों का रेस्क्यू…
भोजपुर मंदिर के पास जंगल में दो बाघों का काफी दिनों से मूवमेंट था।
सोमवार रात को एक बाघ पिंजरे में कैद हो गया।
मंगलवार सुबह वन विभाग टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू शुरू हुआ।
बाघ को ट्रैंकुलाइज कर उसका रेस्क्यू किया गया।
वन विभाग की टीम के साथ पहुंचे डॉक्टरों ने बाघ का चेकअप किया।
बाघ को पिंजरे में रखकर सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के लिए रवाना किया गया।

वन विहार भोपाल और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की टीम ने मिलकर दोनों बाघों का रेस्क्यू किया।

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