खाटू में आज फाल्गुनी एकादशी का मेला:डेढ़ करोड़ के चांदी रथ में बाबा श्याम का नगर भ्रमण; 14 मेटल डिटेक्टर और 5000 सुरक्षाकर्मी तैनात


फाल्गुनी एकादशी के पावन अवसर पर आज खाटू श्याम जी का मुख्य मेला है। इस खास दिन पर बाबा श्याम डेढ़ करोड़ के नए चांदी के रथ में नगर का दौरा करेंगे। सीकर के खाटू गांव में चल रहे लक्खी मेले का यह 11वां दिन है, जिसमें देशभर से श्रद्धालु दर्शन के लिए उमड़ रहे हैं।
रविवार रात से ही खाटू श्यामजी मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखी जा रही है। आज और कल लाखों की तादाद में भक्तों के दर्शन के लिए पहुंचने की संभावना है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की हैं।
बाबा श्याम के नगर भ्रमण के लिए 125 किलो चांदी से बना विशेष रथ तैयार किया गया है। बीकानेर के नोखा में डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से बने इस रथ को जीप पर तैयार किया गया है।
रथयात्रा प्राचीन श्याम कुंड से शुरू होकर, अस्पताल चौराहा और पुराना बस स्टैंड होते हुए मुख्य बाजार के कबूतर चौक पर समाप्त होगी।

फाल्गुनी एकादशी पर खाटू श्याम बाबा का नगर भ्रमण करेगा 125 किलो चांदी का रथ।
रींगस रोड से आने वाले भक्त कारपेट पर चलेंगे खाटू श्याम के दर्शन करने के लिए पिछले साल की तरह इस बार भी 14 लाइनें लगेंगी। इनके जरिए भक्त बाबा की चौखट तक पहुंचेंगे। रींगस से खाटू तक कारपेट बिछाया जाएगा। श्रद्धालुओं को खाटू धाम पहुंचने के बाद भी 8 किलोमीटर का सफर करना होगा।
रींगस रोड से आने भक्तों को नगरपालिका (खाटू) के पास मुख्य प्रवेश द्वार से होकर आना होगा। यहां से वे चारण मैदान पहुंचेंगे। चारण मैदान में टीन शेड से कवर अस्थायी जिगजैग बनाए गए हैं। यहां से होकर लखदातार मैदान में पहुंचेंगे।

फाल्गुनी एकादशी के पावन अवसर पर रंग-बिरंगे फूलों से श्रृंगारित खाटू श्यामजी का भव्य मंदिर, जहां लाखों श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
SDM बोलीं- इस बार 9 ब्लॉक बनाए मेला प्रभारी व एसडीएम मोनिका सामोर ने बताया- पिछली बार चारण खेत में दर्शन के लिए 7 ब्लॉक बनाए थे। इस बार भीड़ को देखते हुए 9 ब्लॉक बनाए हैं। सरकारी प्रोटोकॉल वाले VIP को छोड़कर सभी के लिए VIP दर्शन व्यवस्था पूरी तरह बंद रहेगी।
दिव्यांग-बुजुर्गों के लिए दर्शन की अलग व्यवस्था रहेगी। मंदिर से करीब 250 मीटर की दूरी पर लाला मांगेराम धर्मशाला के पास ही व्हील चेयर्स की सुविधा रहेगी। अलग लाइन में व्हील चेयर पर दिव्यांगों को इसी लाइन से मंदिर तक ले जाया जाएगा।

भक्तों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए इस बार चारण खेत में 9 ब्लॉक बनाए गए हैं। पिछले साल के 7 ब्लॉक की तुलना में 3 ब्लॉक अधिक, जिससे दर्शन व्यवस्था और सुगम होगी।
पहली बार बाबा की मूर्ति से 50 मीटर पहले मेटल डिटेक्टर मंदिर परिसर की 14 लाइन में पहली बार मेटल डिटेक्टर मशीनें भी लगाई गई हैं। हर साल रींगस डायवर्जन के पास जहां से भक्त दर्शनों के लिए लाइन में लगना शुरू होते हैं, वहां पर मेटल डिटेक्टर और अन्य उपकरणों से जांच होती है।
इस बार सुरक्षा व्यवस्था में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। मंदिर में जहां बाबा की मूर्ति लगी हुई है उससे 50 मीटर पहले मंदिर कमेटी की दीवार के पास सभी लाइनों में नए मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं। इस बार मेले में जो भी भक्त आएंगे उन्हें मेटर डिटेक्टर से गुजरना होगा।

बाबा की मूर्ति से 50 मीटर पहले सभी 14 लाइनों में लगाए गए नए मेटल डिटेक्टर, जहां से होकर श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए गुजरना होगा।
400 से ज्यादा CCTV कैमरों से होगी निगरानी रींगस से खाटूश्यामजी रास्ता और खाटू नगरी को पूरी तरह सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रहेंगी। 400 से ज्यादा सीसीटीवी हर गतिविधि पर नजर रखेंगे। अलोदा तिराहा, मंढा रोड और रींगस रोड पर भी कैमरे लगाए गए हैं। इस बार पूरा मेला ड्रोन कैमरों से भी कवर किया जाएगा।
सुरक्षा को और अधिक मजबूत करने के लिए चार दिशाओं में बड़े विद्युतीकृत गेट स्थापित किए गए हैं। गेट चार देवताओं की आकृतियों से सुसज्जित हैं। मेले में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। 10 सेक्टर में करीब 500 पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। आरएसी के 4500 जवान भी तैनात होंगे।
रींगस डायवर्जन, चारण मेला मैदान प्रवेश द्वार, लामिया रोड और दांता रोड पर विशेष सुरक्षा द्वार लगाए हैं। भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मंदिर परिसर और आस-पास के इलाकों में भी पुलिस बल तैनात है। मेले की सुरक्षा का जिम्मा 5 हजार से ज्यादा पुलिस के जवानों के पास है।

400 से अधिक CCTV कैमरों से रींगस से खाटू तक की हर गतिविधि पर कंट्रोल रूम से रखी जा रही पैनी नजर। ड्रोन कैमरों से भी होगी निगरानी।
16 वॉच टावर व 14 मेटल डिटेक्टर मशीनें लखदातार मैदान में 16 वॉच टावर लगाए गए हैं। जहां से पुलिसकर्मी भीड़ की हर गतिविधि पर नजर रखेंगे। मंदिर में मेटल डिटेक्टर मशीन से गुजरने और चैकिंग के बाद ही श्रद्धालुओं को एंट्री मिलेगी। लखदातार ग्राउंड में 32 सीसीटीवी कैमरे और एक बड़ा कैमरा लगा है। खास परिस्थितियों में भीड़ को कंट्रोल करने के लिए 16 आपातकालीन गेट तैयार किए हैं। लखदातार मैदान में 8 सर्विस लाइन बनाकर 67 रेलिंग लगाई गई हैं ताकि भीड़ को व्यवस्थित किया जा सके।
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