अवैध कब्जे हटाने को कहा तो हड़ताल की धमकी:मुरादाबाद में मंडी समिति में हुए अवैध कब्जे हटाने को सिटी मजिस्ट्रेट ने दिया था अल्टीमेटम

मुरादाबाद में प्रशासन के खिलाफ लामबंद होते आढ़ती।
मुरादाबाद मंडी समिति परिसर में हुए अवैध कब्जों को हटवाने में फिलहाल प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है। पिछले 5 साल में प्रशासन ने कई बार इन अवैध कब्जों को हटवाने की कोशिश की, लेकिन कभी कामयाबी नहीं मिली। एक बार फिर प्रशासन ने अवैध कब्जे हटवाने का अल्टीमेटम दिया तो मंडी समिति के आढ़तियों ने हड़ताल की धमकी दे दी है।
अब देखना ये होगा कि प्रशासन आढ़तियों की धमकी के आगे झुककर अपने कदम पीछे खींचता है या फिर अवैध कब्जों पर यहां वास्तव में बुलडोजर चलाया जाएगा। मंडी समिति के अधिकारियों ने मंडी में अवैध रूप से हुए निर्माणों को हटाने के लिए 2 दिन की मोहलत अतिक्रमणकारियों को दी थी।
मुरादाबाद में मंडी समिति सभापति सिटी मजिस्ट्रेट किंकुश श्रीवास्तव के द्वारा आढ़तियों को दो दिन के अंदर अपने अवैध निर्माण हटाने के आदेश दिए गए थे। इसके बाद से मंडी समिति के सभी व्यापारियों और आढ़तियों में आक्रोश का माहौल बना हुआ है। मंडी प्रशासन द्वारा दिए गए चेतावनी आदेश का विरोध करते हुए सभी व्यापारियों और आढ़तियों ने बैठक की।
बैठक में आढ़तियों ने तय किया है कि प्रशासन अपना फैसला वापस नहीं लेता है तो 7 मार्च से मंडी समिति के सभी व्यापारियों और आढ़तियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू हो जाएगी। इस तरह अवैध कब्जों के मामले में अब प्रशासन और आढती आमने सामने आ गए हैं।
मंडी के कब्जेदारों ने प्रशासन को दो टूक कह दिया है कि वो अवैध कब्जे नहीं छोड़ेंगे। प्रशासन पर प्रेशर बनाने के लिए व्यापारी मंडी बंद करने के लिए एकजुट हो गए हैं। अवैध कब्जे को लेकर मंडी प्रशासन और आढ़तियों की रार पिछले कई दिनों से चल रही है।