जयपुर का सरकारी इंजीनियर 50 से ज्यादा प्लॉट का मालिक:एसीबी की छापेमारी; करोड़ों का इंवेस्टमेंट, इनकम से 253 फीसदी ज्यादा कमाई


जयपुर में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) के अधीक्षण अभियंता के ठिकानों पर छापेमारी की है। एसीबी को इंजीनियर अविनाश शर्मा की आय से अधिक संपत्ति की शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद लंबे समय से उन पर नजर रखी जा रही थी।
मंगलवार सुबह से जारी इस कार्रवाई में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। टीम को आरोपी इंजीनियर के पास जयपुर के विभिन्न पॉश इलाकों की 25 से अधिक कॉलोनियों में 50 से ज्यादा प्लॉट मिले हैं। इतना ही नहीं, प्रारंभिक जांच में 6.25 करोड़ रुपए से अधिक की अन्य प्रॉपर्टी और निवेश का भी पता चला है।
एसीबी ने इस मामले में 5 टीमों को लगाया है। एक टीम जहां जेडीए कार्यालय में सर्च कर रही है, वहीं दूसरी टीम को चाकसू नगर पालिका भेजा गया है, जहां भी कई संपत्तियों की जानकारी मिली है। अधिकारी मौके पर मिले नकद की गिनती के लिए कैश काउंटिंग मशीन का इस्तेमाल कर रहे हैं। एसीबी के अनुसार कार्रवाई अभी जारी है और जांच में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।अविनाश शर्मा ने जयपुर में गोपालपुरा मोड़, मानसरोवर, सांगानेर, पृथ्वीराज नगर , जगगतपुरा, प्रतापनगर, एवं रिंग रोड के आसपास 50 से ज्यादा जमीन ली हुई हैं।
करोड़ों रुपए का निर्माण कार्य भी कई प्लॉट में कराया गया है। जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी ने भ्रष्टाचार करते हुए गृह निर्माण समितियों एवं बिल्डर्स को लाभ पहुंचाकर काफी कम दरों पर जमीनें ली हैं।
जिन की खरीद के समय भी कीमत करोड़ों में थी। अविनाश शर्मा और उनके परिवार के लोगों के 7 बैंक खातों में 30 लाख रुपए की भी जानकारी मिली है।
शर्मा ने बेटियों की स्कूली शिक्षा, कोचिंग एवं उच्च शिक्षा मणिपाल यूनिवर्सिटी, पूर्णिमा यूनिवर्सिटी में करीब 50 लाख रुपए खर्च किए हैं।
अविनाश ने म्यूचुअल फंड में करीब 90 लाख रुपए का इंवेस्ट किया हुआ है। उसके पास 25 लाख रुपए की कीमत की गाड़ियां भी हैं।