डिजिट बदलने से दूसरे खाते में पैसे हो गए ट्रांसफर:आरोपी ने 5 अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए 15.96 लाख, FIR


अकाउंट नंबर का गलत डिजिट दर्ज करने पर 18.13 लाख रुपए दूसरे खाते में चले गए। पैसा क्रेडिट होते ही आरोपी ने 15.96 लाख रुपए 5 अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए। पीड़ित ने जब अपने पैसे मांगे तो आरोपी ने इनकार कर दिया और जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित ने वाराणसी के कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
अर्दली बाजार स्थित विंध्यवासिनी नगर कालोनी के रहने वाले प्रतीक कुमार सिंह ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया – मेरी कंपनी फाइनेंशियल सर्विसेज का काम करती है। बदले में ग्राहक से ब्रोकरेज लेती है। हाल ही में मुंबई की एक कंपनी के लिए काम किया था। जिसके एवज में मेरी कंपनी स्विफ्ट फिन कनेक्ट को 18 लाख 13 हजार रुपए ब्रोकरेज चार्ज मिलना था। कंपनी ने इसके भुगतान के लिए अकाउंट नंबर मांगा था।
बताया, ब्रोकरेज चार्ज के भुगतान के लिए मुंबई की कंपनी ने अकाउंट डिटेल मांगी थी। जिस पर मैंने अपने उत्कर्ष स्माल फाइनेंस बैंक की शाखा अर्दली बाजार में स्थित अपने अकाउंट नंबर 1351020000001237 की जगह भूल से 1351020000001230 भेज दिया।
13 मार्च को मुंबई से भुगतान किया गया। मुझे सूचना दी गयी पर जब काफी देर तक मैसेज मेरे बैंक अकाउंट से कनेक्ट मोबाइल में नहीं आया तो मैंने फर्म से बात की जिसपर वहां से डिटेल भेजा गया तो पता चला कि वह बैंक के दूसरे अकाउंट में पैसा चला गया है।
शाम को पहुंचा बैंक तो नहीं हो पाया चेक प्रतीक ने बताया- इसपर मै शाम में बैंक पहुंचा तो बैंक मैनेजर को जानकारी दी। इसपर ज्यादा शाम होने की वजह से उन्होंने 15 मार्च को आने को कहा। 14 मार्च को होली के अवकाश के बाद जब मै 15 मार्च को बैंक पहुंचा तो पता चला कि उक्त अकाउंट धीरण लाल कुमार निवासी चांदमारी थाना शिवपुर का है।
उसने 13 मार्च को ही पैसा आते साथ पांच अकाउंट में 15.96 लाख रुपए ट्रांसफर कर लिए हैं। इसमें एक अकाउंट में चार बार में 85 हजार, एक लाख, 95 हजार और डेढ़ लाख रुपए, दूसरे अकाउंट में 3 लाख और एक लाख 27 रुपए, तीसरे अकाउंट में दो लाख, चौथे अकाउंट में पांच लाख और पांचवें अकाउंट में 66 हजार रुपए ट्रांसफर कर लिए हैं।
2.35 लाख रुपए सीज पीड़ित ने बताया- बैंक में उस समय 2.35 लाख रुपए बचे थे। जिसे बैंक ने फ्रीज कर दिया है। इसके बाद मेरे बेटे ने जब उक्त खाताधारक के मोबाइल पर फोन कर पैसे वापस करने की बात कही तो वह पहले तो अनभिज्ञ रहा। बाद में जब उसे असलियत पता चली तो अब वह टाल-मटोल कर रहा है। ऐसे में कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
मुकदमा दर्ज कर हो रही कार्रवाई कैंट थाना प्रभारी राज कुमार शर्मा ने बताया- इस मामले में बीएनएस की धारा 316(2) और 318(4) में मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है। जल्द ही अकाउंट में पैसे वापस करवाए जाएंगे।