मुरादाबाद में डॉक्टर खून देकर बचाएंगे मरीजों की जान:जिला अस्पताल की CMS ने की अनूठी पहल; डॉक्टरों ने गंभीर रोगियों के लिए किया ब्लड डोनेट
मुरादाबाद में सरकारी डॉक्टरों ने एक अनूठी पहल की है। गंभीर बीमारियों से जूझते मरीजों की मदद के लिए डॉक्टर आगे आए हैं। ऐसे रोगी जिनका कोई अपना ब्लड देने के लिए तैयार नहीं होता है, उन्हें डॉक्टर अपना खून देंगे। इसके लिए मुरादाबाद जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने 50 यूनिट ब्लड डोनेट किया है।
ये अनूठी पहल की है मुरादाबाद जिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. संगीता गुप्ता ने। इसमें जिला अस्पताल में अलग-अलग विभागों में कार्यरत तमाम चिकित्सकों ने भी पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लिया है। फिलहाल जिला अस्पताल में 50 यूनिट ब्लड डोनेट करने का लक्ष्य रखा गया है। जिससे जरूरतमंद मरीजों को रक्त दिया किया जा सके। खास बात ये है कि रिटायरमेंट के करीब पहुंच चुके डॉक्टरों ने भी इस रक्तदान मुहिम में हिस्सा लिया है। डॉक्टरों का ये कदम लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित करने वाला है।

जिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. संगीता गुप्ता इस मुहिम के बारे में बताती हैं- “जिला अस्पताल में कई ऐसे मरीज आते हैं जिन्हें रक्त की सख्त जरूरत होती है। लेकिन उनके साथ रक्त देने वाला कोई नहीं होता। इनमें थैलीसीमिया नामक बीमारी से पीड़ित मरीज, गर्भवती महिलाएं, एक्सीडेंटल केस, लीवर संबंधित मरीज़ और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीज शामिल हैं। इस मुहिम से हम ऐसे मरीजों को जरूरत पड़ने पर रक्त मुहैय्या करा सकेंगे।”

जिला अस्पताल की सीएमएस डॉक्टर संगीता गुप्ता ने बताया कि अस्पताल प्रशासन ने जिला अस्पताल के महिला चिकित्सालय, पुरुष चिकित्सालय के अलावा सीएमओ ऑफिस व सभी स्टाफ को रक्तदान करने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि उद्देश्य कम से कम 50 यूनिट ब्लड जमा करना है, ताकि जरूरतमंद मरीजों को रक्त प्रदान किया जा सके।
डॉक्टर संगीता गुप्ता ने बताया कि रक्तदान करने से किसी की जिंदगी बचाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि रक्तदान करना चाहिए, इसीलिए रक्तदान को महादान कहा गया है। उन्होंने बताया कि 60 साल से अधिक उम्र के लोग भी रक्तदान कर सकते हैं यदि वो स्वस्थ हैं और उनके शरीर में रक्त की कमी नहीं है। उन्होंने कहा, रक्तदान को महादान इसीलिए कहा जाता है क्योंकि, आपका किया हुआ राजदान किसी की जिंदगी बचा सकता है।