मुरादाबाद भाजपा से ब्राह्मणों का नामोनिशान गायब


संवाददाता अनूप सारस्वत
मुरादाबाद की महानगर विधानसभा सीट पर निर्णायक भूमिका निभाने वाली ब्राह्मण बिरादरी भाजपा में हाशिए पर पहुंच गई है। शहर की सीट पर ब्राहम्ण वोटों की तादाद करीब 55 हजार है। इस सीट पर ब्राह्मण भाजपा के परंपरागत वोटर माने जाते हैं। लेकिन संख्या में मजबूत होने के बाद भी ब्राहम्ण लीडरशिप को यहां भाजपा की ओर से कभी प्रतिनिधित्व का मौका नहीं मिला है।
हालांकि इस कमी को पूरा करने के लिए भाजपा हमेशा से संगठन में ब्राह्मणों को एडजस्ट करती रही है। कभी जिलाध्यक्ष तो कभी महानगर अध्यक्ष ब्राह्मण बिरादरी से बनता चला आया है। लेकिन अब हालात ऐसे हैं कि मुरादाबाद जिले की नहीं बल्कि मुरादाबाद मंडल के पांचों जिलों में संगठन से लेकर सरकार तक ब्राह्मणों का कहीं नामोनिशान नहीं बचा है।
सरकार की ओर से तमाम नेताओं को आयोगों और अलग-अलग संस्थाओं में नॉमिनेट किया गया, लेकिन ब्राह्मणों को इस लिस्ट में भी कहीं जगह नसीब नहीं हुई।
मुरादाबाद में ये हैं भाजपा के चेहरे
- भूपेंद्र चौधरी – प्रदेश अध्यक्ष भाजपा (जाट बिरादरी से और ओबीसी कैटेगिरी में आते हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। इसके पहले उत्तर प्रदेश सरकार में पीडब्ल्यूडी और फिर पंचायती राज मंत्री रहे। एमएलसी हैं। इसके पहले भाजपा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष रह चुके हैं। भाजपा संगठन के मंझे हुए कद्दावर नेता माने जाते हैं।)
- विनोद अग्रवाल- मेयर (वैश्य समाज से आते हैं। 3 बार से मेयर हैं। इसके पहले 2 बार इनकी पत्नी बीना अग्रवाल मेयर रहीं, इनकी पुत्रवधु प्रिया अग्रवाल भी महिला मोर्चा में पदाधिकारी हैं।)
- रितेश गुप्ता- शहर विधायक (वैश्य समाज से आते हैं। 2 बार से शहर सीट से विधायक हैं। इसके पहले एक बार इसी सीट से हारे भी। इनकी पत्नी अल्पना गुप्ता भी भाजपा में सक्रिय हैं।)
- जयपाल सिंह व्यस्त- एमएलसी (ठाकुर बिरादरी से आते हैं। रामपुर के दिवंगत सांसद डॉ. नैपाल सिंह के रामपुर से सांसद बनने पर राजनीति में आए, उनकी सीट पर सीधे एमएलसी बने। 3 बार से एमएलसी हैं।
- गोपाल अंजान – एमएलसी ( भुर्जी बिरादरी OBC में आते हैं। 2 बार से एमएलसी हैं। इसके पहले आयोग में नॉमिनेट किए गए थे)
- सत्यपाल सैनी – प्रदेश उपाध्यक्ष,एमएलसी(सैनी बिरादरी से ओबीसी कैटेगिरी में आते हैं। संभल से सांसद रहे। इसके बाद भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और फिर एमएलसी बने)।
- आकाश पाल-जिलाध्यक्ष (पाल बिरादरी और ओबीसी कैटेगिरी से आते हैं। 2023 में भाजपा के जिलाध्यक्ष बने। इसके पहले जिला यूनिट में महामंत्री थे। अब फिर से पार्टी ने आकाश पाल पर भरोसा जताते हुए उन्हें फिर से जिलाध्यक्ष बनाया है।)
- गिरीश भंडूला- महानगर अध्यक्ष ( पंजाबी बिरादरी से आते हैं। व्यापारियों में मजबूत पकड़ है। भाजपा से लंबे समय से जुडे़े हैं। शहर विधायक रितेश गुप्ता के करीबी माने जाते हैं।)
- ठाकुर रामवीर सिंह-कुंदरकी विधायक (क्षत्रिय बिरादरी से आते हैं। कुंदरकी सीट से भारी मतों के अंतर से उपचुनाव जीतकर विधायक बने हैं। इसके पहले इसी सीट पर 3 बार चुनाव हारे लेकिन सक्रियिता बनाए रखी। संगठन में भी विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं।)
- डॉ.सैफाली सिंह-जिला पंचायत अध्यक्ष(क्षत्रिय बिरादरी से आती हैं। मुरादाबाद की जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की करीबी मानी जाती हैं।)
मंडल के बाकी जिलों में भी ब्राह्मणों को प्रतिनिधित्व नहीं मुरादाबाद मंडल के बाकी 4 जिलों में भी ब्राह्मणों को संगठन से लेकर सरकार तक कहीं भी प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। ब्राह्मण बिरादरी से आने वाले एक भाजपा नेता ने दैनिक भास्कर से कहा, मुरादाबाद मंडल में कोई भी ब्राह्मण जनप्रतिनिधि भाजपा से नहीं है। किसी को संगठन में भी मुख्य पद पर जगह नहीं मिली है। आयोग की ओर से नॉमिनेट होने वाले भाजपा नेताओं की सूची से भी ब्राहम्मण नेताओं के नाम नदारद हैं।
ब्राह्मण नेता के नाम पर मुरादाबाद के रहने वाले हरिओम शर्मा को वेस्ट यूपी की टीम में जगह मिली है। वो भाजपा के पश्चिमी यूपी के महामंत्री हैं। इस पर ब्राह्मण नेताओं का कहना है कि हरिओम शर्मा मुरादाबाद मंडल में किसी पद पर नहीं हैं, वो वेस्ट यूपी की टीम का हिस्सा हैं।